नारनौंद में पहली बार बच्चों के स्पेशलिस्ट डॉ. मोहन कुंडू की सेवाएं 2 जून से शुरू

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नारनौंद में पहली बार बच्चों के स्पेशलिस्ट डॉ. मोहन कुंडू की सेवाएं 2 जून से शुरू

नारनौंद क्षेत्रवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मिशन हेल्थ अस्पताल, नारनौंद में पहली बार बच्चों के स्पेशलिस्ट की सेवाएं शुरू की जा रही हैं। यह सेवाएं आगामी 2 जून से उपलब्ध होंगी। इससे न केवल नारनौंद शहर बल्कि आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी लाभ मिलेगा।

बच्चों के इलाज के लिए अब क्षेत्रवासियों को रोहतक, हिसार या दिल्ली जैसे बड़े शहरों में भाग-दौड़ नहीं करनी पड़ेगी। अनुभवी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहन कुंडू (MBBS, MD Pediatrics, PGI Rohtak) अब हर सप्ताह सोमवार से शनिवार, दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक अस्पताल में उपलब्ध रहेंगे।

डॉ. मोहन कुंडू ने PGI रोहतक से बाल रोग चिकित्सा में विशेषज्ञता प्राप्त की है और उन्हें बाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव है। वह अब तक हजारों बच्चों का सफल इलाज कर चुके हैं। उनका सुलझा हुआ व्यवहार, बारीकी से जाँच करने की शैली और माता-पिता से संवाद की कला उन्हें अन्य डॉक्टरों से अलग बनाती है।

अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि यह सेवा विशेष रूप से उन माता-पिता के लिए सहायक सिद्ध होगी जो अपने बच्चों की बीमारी या नियमित चेकअप के लिए लंबी दूरी तय करने को मजबूर थे। अब स्थानीय स्तर पर ही विशेषज्ञ सेवा उपलब्ध होगी, जिससे समय, पैसा और मानसिक तनाव — तीनों की बचत होगी।

मिशन हेल्थ अस्पताल ने क्षेत्रीय चिकित्सा सेवाओं में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। अस्पताल का लक्ष्य है कि हर वर्ग को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधा सुलभ और सस्ती दरों पर मिल सके। अस्पताल पहले से ही जनरल मेडिसिन, स्त्री रोग, दंत चिकित्सा और फिजियोथेरेपी जैसी सेवाएं प्रदान कर रहा है, और अब बाल चिकित्सा विभाग के शुरू होने से यह सुविधा और सशक्त हो जाएगी।

स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना की है। नारनौंद निवासी रेखा देवी ने बताया कि, “हमारे गांव में बच्चों के इलाज के लिए हमें अक्सर हिसार जाना पड़ता था, लेकिन अब मिशन हेल्थ में डॉ. मोहन जैसे विशेषज्ञ की सुविधा मिलना बहुत राहत देने वाला है।”

यह सुविधा न केवल बच्चों की बीमारियों के इलाज तक सीमित रहेगी, बल्कि बच्चों के टीकाकरण, पोषण परामर्श, एलर्जी, अस्थमा, वायरल संक्रमण, डेंगू, खसरा, टाइफाइड, थायराइड जैसी बीमारियों की पहचान और रोकथाम में भी मददगार साबित होगी।

अस्पताल के निदेशक ने बताया कि भविष्य में बच्चों के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर और स्कूलों में हेल्थ अवेयरनेस प्रोग्राम भी आयोजित किए जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य बाल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और ग्रामीण अंचल में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाना है।

अगर कोई अभिभावक अपॉइंटमेंट लेना चाहते हैं तो वे +91-87087-79928 पर कॉल करके संपर्क कर सकते हैं। अस्पताल हांसी रोड, नारनौंद पर किसान रेस्ट हाउस के नजदीक स्थित है, जिससे यहाँ तक पहुँचना भी बेहद आसान है।

निष्कर्षतः यह कहा जा सकता है कि मिशन हेल्थ अस्पताल की यह पहल नारनौंद के लिए एक बड़ी स्वास्थ्य सुविधा है, जो आने वाले समय में बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

मैनपुरी में BJP नेत्री के बेटे के अश्लील वीडियो वायरल, पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप

Today News update मैनपुरी में BJP नेत्री के बेटे के अश्लील वीडियो वायरल, पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप

मैनपुरी में BJP नेत्री के बेटे के अश्लील वीडियो वायरल, पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप

उत्तर प्रदेश के जिला मैनपुरी में भारतीय जनता पार्टी की एक नेत्री के बेटे से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर युवक के कई अश्लील वीडियो वायरल हो गए हैं, जिनमें वह एक महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में दिखाई दे रहा है। इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है।

बताया जा रहा है कि इन वीडियो की संख्या इतनी अधिक है कि एक पूरी एल्बम बनाई जा सकती है। वीडियो अलग-अलग होटल और रेस्टोरेंट्स के कमरों में रिकॉर्ड किए गए प्रतीत हो रहे हैं, जो अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। वीडियो की स्पष्टता और स्थिर कैमरा एंगल्स से अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि ये रिकॉर्डिंग जानबूझकर और योजना के तहत की गई हैं।

इस मामले में सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब युवक की पत्नी ने सार्वजनिक रूप से इन वीडियो की पुष्टि कर दी। पीड़िता ने कहा कि वायरल हो रहे वीडियो उसी के पति के हैं और उनमें दिखाई दे रही महिला उसकी पत्नी नहीं है। पत्नी ने साफ शब्दों में बताया कि उसके पति के दूसरी महिला के साथ लंबे समय से अवैध संबंध हैं और वह इस बात से मानसिक रूप से काफी समय से परेशान है।

पत्नी ने यह भी बताया कि उसने अपने ससुराल वालों और रिश्तेदारों को कई बार इस मुद्दे से अवगत कराया था, लेकिन हर बार उसे चुप रहने के लिए मजबूर किया गया। उसका कहना है कि उसके पति की राजनीतिक पहुंच और मां की पार्टी में पकड़ के कारण कोई सुनवाई नहीं हुई। अब जब वीडियो सार्वजनिक हो गए हैं, तो उसे न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।

इस पूरे मामले को लेकर पुलिस विभाग और प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि सूत्रों के अनुसार, वीडियो की प्रमाणिकता की जांच की जा रही है और यदि यह सिद्ध होता है कि वीडियो वास्तव में BJP नेत्री के बेटे के हैं, तो मामला और गंभीर हो सकता है।

राजनीतिक स्तर पर भी यह मामला गहराता दिख रहा है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को तुरंत लपक लिया है और भाजपा की नैतिकता पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर यूज़र्स लगातार वीडियो को शेयर कर रहे हैं और पार्टी से जवाब मांग रहे हैं।

मैनपुरी जिले की यह घटना राज्य भर में चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर इस मामले से जुड़े हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। हालांकि, कुछ प्लेटफॉर्म्स ने अश्लीलता के चलते वीडियो को हटा दिया है, लेकिन तब तक यह कई लोगों तक पहुंच चुके हैं।

वहीं, पीड़िता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह जल्द ही कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी और अपने पति के खिलाफ तलाक, मानसिक उत्पीड़न और विश्वासघात का मुकदमा दर्ज कराएगी। उसने कहा कि एक महिला होने के नाते उसे अब और चुप नहीं रहना है और वह समाज में अन्य पीड़ित महिलाओं के लिए उदाहरण बनना चाहती है।

बीजेपी की स्थानीय इकाई ने इस पूरे प्रकरण से पल्ला झाड़ते हुए इसे 'व्यक्तिगत मामला' बताया है। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि जब तक कोई पुलिसिया कार्रवाई या प्रमाण सामने नहीं आते, तब तक पार्टी इस विषय में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं करेगी।

फिलहाल यह देखना होगा कि जांच में क्या निकलकर सामने आता है और पीड़िता को कब तक न्याय मिलता है। साथ ही यह सवाल भी खड़ा होता है कि क्या राजनीतिक रसूख कानून से ऊपर हो गया है या समाज अब सच को स्वीकार करने के लिए तैयार है।

यह मामला न केवल एक पारिवारिक विवाद को उजागर करता है, बल्कि राजनीति में नैतिकता, महिला अधिकारों और सोशल मीडिया के प्रभाव जैसे कई गंभीर सवालों को भी जन्म देता है।

टीक्यूएस शोरूम से 50 लाख की रंगदारी मांगने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

Today News update टीक्यूएस शोरूम से 50 लाख की रंगदारी मांगने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

टीक्यूएस शोरूम से 50 लाख की रंगदारी मांगने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

हिसार, 31 मई (हिसार टाइम्स)। हिसार-हांसी हाईवे स्थित ग्रीन वैली में स्थित टीक्यूएस शोरूम की संचालिका से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को की गई गिरफ्तारी के बाद मामले की पूछताछ जारी है और कई अहम खुलासे सामने आए हैं।

पुलिस की पूछताछ में तीनों आरोपियों ने माना है कि उन्होंने वीरवार को दिनभर शराब पी और रात को नशे में धुत्त होकर रंगदारी की योजना बनाई। इसके तहत रात करीब आठ बजे वे शोरूम पर पहुंचे और धमकी भरी पर्ची डालकर फरार हो गए। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया था।

इस पूरी घटना की जानकारी शोरूम संचालिका अंजू, जो कि हिसार की निवासी हैं, ने पुलिस को दी थी। अंजू ने बताया कि एक धमकी भरी पर्ची शोरूम के गेट के अंदर फेंकी गई थी जिसमें 50 लाख रुपये की मांग की गई थी और धमकी दी गई थी कि अगर पैसे सुबह 10 बजे तक नहीं दिए गए तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, पर्ची में जिस व्यक्ति का नाम लिखा था, वह 'गोलू भीम नगरिया' था। पर्ची में साफ तौर पर लिखा गया था, "50 लाख रुपये सुबह दस बजे तक पहुंचा दे और इसे मजाक मत समझना, नहीं तो सुबह दस बजे के बाद आपको पता चल ही जाएगा।" साथ ही एक मोबाइल नंबर भी पर्ची पर अंकित था।

घटना के तुरंत बाद पुलिस ने शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज में देखा गया कि एक बाइक पर दो युवक आए। बाइक चला रहा युवक शोरूम के गेट से अंदर गया, कपड़ों के बारे में पूछा, फिर बाहर आकर बाइक पर बैठे युवक से मोबाइल मांगा और गेट के पास से पर्ची अंदर फेंक कर भाग गया। वहीं, तीसरा युवक सड़क किनारे खड़ा नजर आया।

इस सनसनीखेज मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल तीन टीमें गठित कीं और छानबीन शुरू कर दी। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कुछ ही घंटों में तीनों आरोपियों को धर दबोचा। गिरफ्तार युवकों में एक का नाम गोलू है, जो कि भीम नगरिया का निवासी है। दूसरा आरोपी दादरी का निवासी है, जबकि तीसरे की पहचान फिलहाल गुप्त रखी गई है।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि जिस गोलू का नाम धमकी पत्र में था, उसके खिलाफ पहले से ही तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह अंदेशा भी जताया जा रहा है कि उन्होंने जानबूझकर दहशत फैलाने के उद्देश्य से इस तरह की हरकत की थी। हालांकि, पूछताछ में यह भी सामने आया कि पूरी योजना शराब के नशे में बनाई गई थी और उन्हें इसके गंभीर परिणामों का अंदाजा नहीं था।

पुलिस ने फिलहाल एक नामजद आरोपी सहित दो के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की पूछताछ जारी है। तीनों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया जा सकता है ताकि और जानकारी जुटाई जा सके।

पुलिस का कहना है कि अपराध चाहे नशे में किया गया हो या जानबूझकर, कानून के मुताबिक कठोर कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्र में इस तरह के आपराधिक प्रयासों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

फिलहाल पूरे मामले को लेकर स्थानीय लोगों में चर्चा का माहौल बना हुआ है और सुरक्षा को लेकर चिंता भी व्यक्त की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शोरूम संचालिका की सतर्कता और त्वरित सूचना देने से समय रहते स्थिति पर काबू पाया जा सका।

हिसार पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की क्षेत्र में सराहना हो रही है और लोगों को राहत मिली है कि अपराधियों को जल्द ही पकड़ा गया।

हरियाणा रोडवेज की बस ने स्कूल बस को टक्कर मारी: 50 बच्चे घायल, 4 गंभीर

Today News update हरियाणा रोडवेज की टक्कर से 50 स्कूली बच्चे घायल

हरियाणा रोडवेज की बस ने स्कूल बस को टक्कर मारी: 50 बच्चे घायल, 4 गंभीर

महेंद्रगढ़, हरियाणा: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में सोमवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में 50 स्कूली बच्चे घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब हरियाणा रोडवेज की एक बस ने एक निजी स्कूल बस को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद स्कूल बस बेकाबू होकर एक ट्रैक्टर ट्रॉली से जा भिड़ी।

यह दर्दनाक हादसा महेंद्रगढ़ के राव तुलाराम चौक पर सुबह करीब 7 बजे हुआ। स्कूल बस में महेंद्रगढ़ और चरखी दादरी जिलों के करीब 50 छात्र सवार थे। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कूल बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में 4 छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि बाकी बच्चों को हल्की चोटें आईं।

हादसे के बाद मची अफरा-तफरी

घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। गंभीर रूप से घायल 4 बच्चों को विशेष चिकित्सा सुविधा के लिए रेफर किया गया है। अन्य बच्चों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।

हादसा कैसे हुआ?

रोजाना की तरह सुबह 6 बजे RPS स्कूल की बस गांवों से बच्चों को लेने निकली थी। बस में शीशवाल, आदमपुर दाढ़ी, आकोदा, बधवाना, पाली, धोली, खुड़ाना और सिसोठ गांवों के छात्र सवार थे। करीब 50 बच्चे जब बस में बैठ चुके थे और वह तुलाराम चौक पहुंची, तभी सामने से आ रही हरियाणा रोडवेज की बस ने उसमें टक्कर मार दी। रोडवेज बस महेंद्रगढ़ से दादरी जा रही थी। टक्कर के कारण स्कूल बस साइड से जा रही एक ट्रैक्टर ट्रॉली से जा भिड़ी।

पुलिस ने जब्त की दोनों बसें

हादसे के बाद रोडवेज बस और स्कूल बस को जब्त कर लिया गया है। ट्रैक्टर-ट्रॉली भी पुलिस कब्जे में है। हादसे के चलते करीब एक घंटे तक मुख्य मार्ग पर ट्रैफिक जाम रहा। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोनों बस चालकों से पूछताछ की जा रही है।

बच्चों की सुरक्षा पर उठे सवाल

इस दुर्घटना ने स्कूल बसों की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। अभिभावकों ने प्रशासन से स्कूल बसों की नियमित जांच और ड्राइवरों की ट्रेनिंग सुनिश्चित करने की मांग की है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया रोडवेज बस की तेज रफ्तार हादसे की वजह मानी जा रही है, लेकिन जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सही निष्कर्ष निकाला जाएगा।

स्थिति सामान्य, लेकिन चिंता बनी हुई

फिलहाल बच्चों की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन इस हादसे ने परिजनों के साथ-साथ शिक्षा विभाग को भी झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन से यह उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।