एक घंटे पहले बीजेपी की रैली में थे, फिर राहुल गांधी के मंच पर अशोक तंवर ने थामा कांग्रेस का 'हाथ'
In a dramatic political shift, former MP Ashok Tanwar rejoined the Congress just hours after campaigning for the BJP. He made the switch during a rally in Mahendragarh, Haryana, sharing the stage with Rahul Gandhi. Tanwar, who had been campaigning for the BJP earlier in the day, surprised many with his move back to Congress. This marks yet another chapter in his political journey, having previously shifted between multiple parties including the AAP and TMC before returning to Congress.
This development adds an interesting dynamic to the upcoming Haryana elections, especially as it comes amidst tensions within the Congress, particularly between Tanwar and Kumari Selja, another prominent Congress leader in Haryana【】.
हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर तब देखने को मिला जब पूर्व सांसद अशोक तंवर ने बीजेपी के लिए प्रचार करने के कुछ ही घंटे बाद कांग्रेस में वापसी की। उन्होंने महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस का 'हाथ' थामा। तंवर ने गुरुवार की सुबह तक बीजेपी के लिए प्रचार किया था, लेकिन कुछ घंटों बाद ही वह कांग्रेस में शामिल हो गए। इससे पहले तंवर कई पार्टियों में रहे हैं, जिनमें आम आदमी पार्टी (AAP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) शामिल हैं।
यह कदम कांग्रेस के भीतर चल रहे मतभेदों के बीच आया है, खासकर तंवर और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा के बीच, जो पहले से ही टिकट वितरण को लेकर असंतुष्ट हैं। तंवर की वापसी ने हरियाणा की चुनावी राजनीति को और दिलचस्प बना दिया है【】।
अशोक तंवर, जो हरियाणा के पूर्व सांसद हैं, ने हाल ही में बीजेपी के लिए प्रचार करने के कुछ ही घंटों बाद कांग्रेस में वापसी की। उन्होंने महेंद्रगढ़ में राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस का 'हाथ' थामा, जिससे हरियाणा की राजनीति में हलचल मच गई। तंवर ने उसी दिन सुबह बीजेपी के लिए प्रचार किया था, लेकिन शाम तक उन्होंने कांग्रेस की ओर रुख कर लिया। यह घटना हरियाणा चुनावों के मद्देनज़र हुई है, जहां तंवर की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
तंवर पहले भी कांग्रेस में थे, लेकिन 2019 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP), तृणमूल कांग्रेस (TMC) और बीजेपी जैसे दलों में अपनी किस्मत आजमाई। जनवरी 2024 में वे बीजेपी में शामिल हुए थे। तंवर के इस कदम को लेकर बीजेपी के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी, विशेष रूप से हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि तंवर एक "माइग्रेटरी बर्ड" यानी प्रवासी पक्षी की तरह हैं, और उनके कांग्रेस में लौटने से बीजेपी को कोई नुकसान नहीं होगा।
तंवर की वापसी कांग्रेस के अंदरूनी संघर्षों के बीच हो रही है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा, जो हरियाणा में दलित राजनीति की प्रमुख चेहरा हैं, पार्टी से नाराज़ चल रही हैं, खासकर टिकट वितरण को लेकर। तंवर की वापसी ने इस स्थिति को और जटिल बना दिया है, क्योंकि शैलजा ने हाल ही में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी, और अब देखना यह है कि कांग्रेस का आंतरिक संतुलन कैसे प्रभावित होता है【】।
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