रुला गये रतन टाटा... अंतिम सांस लेने का वक्त उन्होंने करीब आधी रात को शायद इसलिए चुना होगा कि h

 रुला गये रतन टाटा...
अंतिम सांस लेने का वक्त उन्होंने करीब आधी रात को शायद इसलिए चुना होगा कि अधिकांश देश यह खबर सुनने से पहले सो जाए। तीन दिन पहले ही रतन टाटा के ब्रिज कैंडी अस्पताल में भर्ती होने की खबर सुनी थी। आज शाम को हालत चिंताजनक होने की खबर आई और उसके बाद एक आशंका सी बनी रही। करीब आधा घंटे पहले प्रतिष्ठित उद्योगपति @hvgoenka ने रतन टाटा के निधन की खबर दी लेकिन चारों ओर कन्फर्म करने के लिए हाथ पैर मारे। तब कहीं भी यह खबर कन्फर्म नहीं थी। अब सारे सूत्र कह रहे हैं कि रतन टाटा नहीं रहे। देश के सबसे सम्मानित टाटा उद्योग घराने के वे अंतिम वारिस थे। आजीवन अविवाहित रहे। टाटा ग्रुप को वैश्विक स्तर पर ले गए और ग्रुप को बहुत बड़ा बनाया। वे एक सच्चे भारतीय थे। कल उन पर ढेरों लेख लिखे जाएंगे और हजारों कार्यक्रम बनेंगे। नई पीढ़ी को को उनके बारे में बहुत कुछ जानने को मिलेगा। उनका एक कथन जो बहुत ही प्रेरक है और उनके बहुत उनसे नैतिक बल और आत्मविश्वास को दर्शाता है वह कमाल है-
"मैं कभी भी सही फैसला नहीं लेता। मैं पहले फैसला लेता हूं और फिर उसे सही साबित करता हूं।"
कुल मिलाकर यह था रतन टाटा का व्यक्तित्व 
विनम्र श्रद्धांजलि। शत शत नमन

आदरणीय रतन टाटा जी, 


जन्म 28 दिसंबर 1937


निधन 9 अक्टूबर 2024


भारत सदैव आपका आभारी रहेगा, ॐ शान्ति ॐ 🙏


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