पेड़ से टकराई बस, चालक के पेट में घुसी स्टेयरिंग रॉड। प्राइवेट बस के ड्राइवर को कई घंटे की मशक्कत के बाद निकाला बाहर, अस्पताल में इलाज के दौरान मौत।

 पेड़ से टकराई बस, चालक के पेट में घुसी स्टेयरिंग रॉड।



प्राइवेट बस के ड्राइवर को कई घंटे की मशक्कत के बाद निकाला बाहर, अस्पताल में इलाज के दौरान मौत।




एंकर : हिसार के हांसी में बरवाला-हांसी हाइवे पर हादसा हो गया। जिसमें बस चालक बुरी तरह से फंस गया था। हादसा के बाद जेसीबी और ट्रैक्टर की मदद से कई घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। हादसे के वक्त बस में अकेला ड्राइवर ही मौजूद था। बस के पेड़ से टकराने के कारण स्टेरिंग रॉड चालक के पेट में घुस गई, जिससे वह बुरी तरह फंस गया और उसके शरीर की कई हड्डियां टूट गईं। गंभीर रूप से घायल चालक को पहले हांसी के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए हिसार रेफर कर दिया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।


कुछ समय ही पहले शुरू की थी चालक की नौकरी।


बस मालिक बरवाला निवासी सुनील ने बताया कि यह बस हांसी-बरवाला रूट पर चलती है। बस के चालक जमावड़ी गांव निवासी अजमेर को तीन महीने पहले नौकरी शुरू की थी। इससे पहले भी वह इसी रूट पर किसी अन्य बस चलाता था।


कैसे हुआ हादसा?


बस मालिक सुनील के अनुसार, यह बस हांसी से शाम 6:20 बजे चलकर बरवाला पहुंचती है और रात में वहीं खड़ी की जाती है। सुबह 8:32 बजे बस फिर से हांसी के लिए रवाना होती है। बुधवार रात जब बस बरवाला की ओर आ रही थी, तभी घिराय बस स्टैंड के पास यह हादसा हो गया और बस हाइवे किनारे एक सफेदे के पेड़ से जा टकराई। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।



टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का इंजन करीब 5 फुट पीछे खिसक गया, जिससे ड्राइवर स्टेयरिंग और सीट के बीच बुरी तरह फंस गया। जिसे अगले हिस्से को काटकर बाहर निकाला गया।



चालक 35 वर्षीय अजमेर हांसी के नजदीक जमावड़ी गांव का रहने वाला था, लेकिन वह पिछले काफी समय से जींद चुंगी बरवाला में रह रहा है। उसके परिवार में पत्नी, दो साल की बेटी और एक माह का बेटा है। हादसे की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया।



घटना की सूचना पाकर भाटला चौकी से पुलिस मौके पर पहुंच गई। आसपास के ग्रामीण की मदद से पोपलैंड, जेसीबी और ट्रैक्टर की मदद से बस के अगले हिस्से को काटकर चालक को बाहर निकाला गया। घायल अवस्था में उसे हांसी के सामान्य अस्पताल लाया गया। जहां से हिसार रेफर कर दिया। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान अजमेर की मौत हो गई।

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