सफीदों विधायक दादा रामकुमार गौतम के छोटे भाई एडवोकेट देवेंद्र गौतम का निधन, शोक की लहर
हिसार, 5 अप्रैल: हरियाणा के राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए आज का दिन अत्यंत दुखद रहा। सफीदों से निर्दलीय विधायक और वरिष्ठ नेता दादा रामकुमार गौतम के छोटे भाई एडवोकेट देवेंद्र गौतम का आज आकस्मिक निधन हो गया। वे एक प्रसिद्ध अधिवक्ता, समाजसेवी और विचारशील व्यक्तित्व के रूप में क्षेत्र में जाने जाते थे। उनके निधन की खबर से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
एडवोकेट देवेंद्र गौतम का अंतिम संस्कार कल सुबह 11 बजे नारनौंद में किया जाएगा, जिसमें राजनीतिक, सामाजिक और कानूनी क्षेत्र से जुड़े अनेक लोग उनके अंतिम दर्शन करने और श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे।
समाजसेवा और कानून के क्षेत्र में समर्पित जीवन
देवेंद्र गौतम न केवल एक कुशल अधिवक्ता थे, बल्कि समाजसेवा के प्रति भी गहरी प्रतिबद्धता रखते थे। उन्होंने अपने जीवन के कई दशक समाज के वंचित और पीड़ित वर्ग की सेवा में बिताए। वे गरीबों के लिए नि:शुल्क कानूनी सहायता देने के लिए भी जाने जाते थे। उनकी सहज और विनम्र शैली ने उन्हें लोगों का प्रिय बना दिया था।
गौतम परिवार का सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में विशेष स्थान रहा है। दादा रामकुमार गौतम के साथ देवेंद्र गौतम ने भी कई मौकों पर जनहित के मुद्दों पर मुखर होकर अपनी राय रखी और लोगों की आवाज़ को बुलंद किया।
क्षेत्र में शोक की लहर
देवेंद्र गौतम के निधन की खबर जैसे ही फैली, उनके निवास स्थान पर शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया। क्षेत्र के राजनीतिक नेताओं, अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने पहुंचकर उनके परिवार को सांत्वना दी।
विधायक दादा रामकुमार गौतम अत्यंत दुखी और भावुक नज़र आए। उन्होंने अपने भाई को याद करते हुए कहा, “देवेंद्र न सिर्फ मेरे छोटे भाई थे, बल्कि एक मित्र, सलाहकार और समाज के लिए समर्पित व्यक्तित्व थे। उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों ही स्तरों पर एक अपूरणीय क्षति है।”
श्रद्धांजलि संदेशों का सिलसिला
राज्य के विभिन्न कोनों से श्रद्धांजलि संदेश आने का सिलसिला जारी है। कई नेताओं और संगठनों ने सोशल मीडिया और प्रेस बयानों के माध्यम से शोक जताया।
हरियाणा विधानसभा के कई विधायकों ने देवेंद्र गौतम को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके सामाजिक योगदान को याद किया। साथ ही, जिला बार एसोसिएशन ने भी शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक निष्ठावान और ईमानदार अधिवक्ता बताया।
अंतिम संस्कार की तैयारी
एडवोकेट देवेंद्र गौतम का अंतिम संस्कार 6 अप्रैल को सुबह 11 बजे उनके पैतृक गांव नारनौंद में संपन्न होगा। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में गणमान्य लोग, ग्रामीण, अधिवक्ता साथी और शुभचिंतक शामिल होने की संभावना है। परिवार की ओर से सभी शुभचिंतकों से अनुरोध किया गया है कि वे इस दुख की घड़ी में अंतिम दर्शन हेतु समय पर उपस्थित हों।
उनके जाने से जो खालीपन आया है...
देवेंद्र गौतम की मृत्यु न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि उन सैकड़ों-हजारों लोगों के लिए भी एक बड़ी क्षति है, जो उन्हें एक मार्गदर्शक और सहारा मानते थे। उन्होंने जीवन भर ईमानदारी, न्याय और सेवा के मूल्यों को अपनाया। उनकी आवाज़ कई बार उन लोगों के लिए गूंजी, जिनके पास अपनी लड़ाई लड़ने के संसाधन नहीं थे।
निष्कर्ष
एडवोकेट देवेंद्र गौतम का निधन वास्तव में एक युग का अंत है। उन्होंने अपने कार्य और व्यवहार से जो स्थान लोगों के दिलों में बनाया, वह समय के साथ और भी गहरा होता जाएगा। उनकी स्मृतियाँ हमेशा लोगों को सच्चाई, सेवा और संघर्ष के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती रहेंगी।
गौतम परिवार और उनके करीबी लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को इस कठिन समय में धैर्य और शक्ति दें।
ॐ शांति।