हिसार एयरपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद जयप्रकाश का तीखा हमला: “बीजेपी ने जनता को दिखाए खट्टे अंगूर”

 हिसार एयरपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद जयप्रकाश का तीखा हमला: “बीजेपी ने जनता को दिखाए खट्टे अंगूर”

हिसार, 6 अप्रैल: हरियाणा की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने हिसार एयरपोर्ट के मुद्दे को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी पर हिसार के लोगों को गुमराह करने और झूठे वादे करने का आरोप लगाया।

जयप्रकाश ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने चुनावों के दौरान हिसार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का वादा किया था, लेकिन आज वह परियोजना सिर्फ एक एरोड्रम बनकर रह गई है। सांसद का कहना है कि अगर भाजपा यह साबित कर दे कि हिसार में वाकई में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया गया है, तो वह तत्काल अपने सांसद पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं।

“बीजेपी ने जनता को दिया धोखा”

जयप्रकाश ने कहा कि भाजपा सरकार ने हिसार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने का दावा करके लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। “हिसार को सिर्फ एक छोटा सा एरोड्रम मिला है, जबकि वादे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के किए गए थे,” उन्होंने कहा।

उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “बीजेपी ने बेर को अंगूर कहकर जनता को बेचने की कोशिश की, लेकिन इनके अंगूर भी खट्टे हैं और बेर भी।” उनका तात्पर्य था कि भाजपा ने जो दिखाया वह सच नहीं था, और जो दिया वह जनता की उम्मीदों के विपरीत निकला।

कांग्रेस शासन में हुई थी योजना की शुरुआत

जयप्रकाश ने दावा किया कि 2013 में यूपीए सरकार के समय हिसार और करनाल समेत देश के 50 स्थानों पर हवाई अड्डे बनाए जाने की योजना को मंजूरी दी गई थी। उसी दौरान कांग्रेस सरकार ने हिसार के लिए 200 एकड़ जमीन अधिग्रहित करने की योजना बनाई थी, ताकि वहां आधुनिक सुविधाओं वाला एयरपोर्ट विकसित किया जा सके।

“हमने इसकी नींव रखी थी, लेकिन भाजपा ने सत्ता में आने के बाद न केवल इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया, बल्कि जनता को गुमराह करते हुए छोटे स्तर के एरोड्रम को ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट बताना शुरू कर दिया,” उन्होंने कहा।

"अगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, तो मैं इस्तीफा दूंगा"

सांसद जयप्रकाश ने प्रेसवार्ता में खुली चुनौती दी कि यदि मुख्यमंत्री नायब सैनी यह साबित कर दें कि हिसार का एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरता है और उसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लाइसेंस मिला है, तो वह अपने सांसद पद से तुरंत इस्तीफा दे देंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर बीजेपी अपने वादों के अनुसार हिसार को अंतरराष्ट्रीय स्तर की हवाई कनेक्टिविटी देने में असफल रही है, तो मुख्यमंत्री को भी अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए इस्तीफा देना चाहिए।

हिसार एयरपोर्ट की वर्तमान स्थिति

वर्तमान में हिसार में जो हवाई सुविधा उपलब्ध है, उसे एक एरोड्रम के तौर पर ऑपरेशनल माना जाता है, जहां केवल कुछ सीमित प्रशिक्षण उड़ानें और छोटे विमानों की आवाजाही हो रही है। कोई भी वाणिज्यिक या अंतरराष्ट्रीय उड़ान यहां से संचालित नहीं होती।

हालांकि भाजपा की ओर से कई बार यह कहा गया कि हिसार एयरपोर्ट को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जा रहा है और भविष्य में उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपग्रेड किया जाएगा, लेकिन अब तक कोई ठोस प्रगति जमीन पर नज़र नहीं आ रही है।

राजनीतिक माहौल गरमाया

जयप्रकाश के तीखे बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट आ गई है। भाजपा की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही सरकार की ओर से सफाई या प्रतिक्रिया सामने आ सकती है।

विश्लेषकों का मानना है कि लोकसभा चुनाव नज़दीक हैं और ऐसे में एयरपोर्ट जैसे बड़े प्रोजेक्ट को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज़ हो सकता है।

निष्कर्ष

हिसार एयरपोर्ट को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच वाद-विवाद कोई नया नहीं है, लेकिन सांसद जयप्रकाश की सीधी चुनौती और इस्तीफा देने की बात ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। जनता की निगाहें अब इस ओर हैं कि क्या मुख्यमंत्री नायब सैनी या भाजपा इस चुनौती का जवाब देंगे, या यह मुद्दा भी अन्य चुनावी विवादों की तरह वादों और दावों में उलझकर रह जाएगा।

फिलहाल, हिसार की जनता उम्मीद कर रही है कि वादे हकीकत बनें और क्षेत्र को वह विकास मिले जिसकी उसे लंबे समय से आवश्यकता है।

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