हिसार से फ्लाइट का किराया तय, मात्र 2 घंटे में बिकी सभी टिकटें – ऐतिहासिक शुरुआत
हिसार, हरियाणा – हरियाणा के उभरते हुए शहर हिसार ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। हाल ही में हिसार से पहली बार उड़ान सेवा की शुरुआत की गई, और किराया तय होते ही सिर्फ़ दो घंटे के भीतर ही सभी टिकटें बिक गईं। यह उपलब्धि न केवल हिसार वासियों के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह पूरे राज्य के विकास की दिशा में एक बड़ी छलांग भी मानी जा रही है।
नई उड़ान सेवा: विकास की ओर कदम
हिसार एयरपोर्ट को हाल ही में अपग्रेड किया गया है और अब यहां से नियमित घरेलू उड़ानों की शुरुआत हो रही है। पहली उड़ान दिल्ली से हिसार के बीच शुरू की गई है, जिसे UDAN (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के अंतर्गत लॉन्च किया गया है। यह योजना केंद्र सरकार की पहल है, जिसका उद्देश्य आम जनता को कम लागत में हवाई यात्रा की सुविधा प्रदान करना है।
हिसार से दिल्ली के लिए फ्लाइट की शुरुआती किराया राशि मात्र ₹1,499 रखी गई है, जो एक आम नागरिक के लिए भी सुलभ है। किराया तय होते ही यात्रियों में जबरदस्त उत्साह देखा गया और टिकट बुकिंग वेबसाइटों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। नतीजा यह हुआ कि सिर्फ दो घंटे में सभी सीटें पूरी तरह बुक हो गईं।
जनता में खुशी की लहर
हिसार के नागरिकों में इस खबर को लेकर जबरदस्त उत्साह है। स्थानीय निवासी संजय मेहता ने कहा, “हमें गर्व है कि अब हमारा शहर भी हवाई नक्शे पर आ गया है। अब दिल्ली जाना आसान और कम समय वाला हो गया है।” कई लोगों ने इसे रोजगार और व्यापार के नए अवसरों के रूप में देखा है। अब व्यापारी वर्ग को भी अपने व्यवसाय के सिलसिले में दिल्ली या अन्य शहरों की यात्रा करने में समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
छात्रों और नौकरीपेशा लोगों के लिए भी यह सुविधा वरदान साबित हो सकती है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जिन्हें रोज़ाना या बार-बार दिल्ली या अन्य मेट्रो शहरों की यात्रा करनी होती है।
सरकारी और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हिसार को एक एयर कनेक्टिविटी हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। “यह सिर्फ एक शुरुआत है। आने वाले समय में हिसार से जयपुर, चंडीगढ़, लखनऊ और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों के लिए भी उड़ानें शुरू की जाएंगी। इससे हिसार का आर्थिक और सामाजिक विकास तीव्र गति से होगा,” उन्होंने कहा।
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस पहल को 'हिसार के विकास की नई उड़ान' कहा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जल्द ही एयरपोर्ट के विस्तार और तकनीकी अपग्रेडेशन के लिए और निवेश किया जाएगा।
आने वाले अवसर और चुनौतियां
हालांकि यह शुरुआत बेहद उत्साहजनक है, लेकिन इसके साथ कई चुनौतियां भी हैं। एयरपोर्ट की मौजूदा सुविधाओं को बड़े पैमाने पर विस्तार की आवश्यकता है ताकि भविष्य में बढ़ते यात्री दबाव को संभाला जा सके। रनवे की लंबाई, टर्मिनल की क्षमता, सुरक्षा व्यवस्था और पार्किंग सुविधाओं में सुधार की दरकार है।
साथ ही, नागरिकों की ओर से यह मांग भी उठ रही है कि उड़ानों की संख्या और गंतव्य स्थलों को बढ़ाया जाए, ताकि और अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। यदि सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाती है, तो हिसार न केवल एक ट्रांजिट हब बन सकता है, बल्कि उत्तर भारत के प्रमुख व्यापारिक और औद्योगिक केंद्र के रूप में भी उभर सकता है।
निष्कर्ष
हिसार से फ्लाइट सेवा की शुरुआत और टिकटों का दो घंटे में बिक जाना यह दर्शाता है कि लोगों में इसकी कितनी ज़रूरत थी। यह सिर्फ एक हवाई सेवा नहीं, बल्कि एक सपने की उड़ान है – विकास, संभावनाओं और आत्मनिर्भरता की उड़ान।
अब जरूरत है कि इस पहल को और मज़बूत किया जाए, ताकि यह सुविधा कुछ चुनिंदा लोगों तक सीमित न रहे, बल्कि आम नागरिक भी इसका भरपूर लाभ उठा सके। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि हिसार हवाई सेवा के इस नए युग में कैसे अपनी उड़ान भरता है।