बिलकुल! यहाँ कक्षा 10 हिंदी (क्षितिज भाग 2) के लिए प्रश्न पत्र उत्तर सहित (Question Paper with Answers) प्रस्तुत किया गया है:
कक्षा 10 – हिंदी (क्षितिज भाग 2)
पूर्णांक: 80 | समय: 3 घंटे
खंड - क (पठित गद्यांश)
प्र.1 नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
"यह एक मार्मिक रचना है, जिसमें लेखक ने एक गिलहरी के शिशु 'गिल्लू' के साथ अपने भावनात्मक संबंध का वर्णन किया है..."
उत्तर:
(क) गिल्लू लेखक को घायल अवस्था में एक फूलदान के पास मिला था, जब वह छत से गिर गया था।
(ख) लेखक ने गिल्लू की सेवा बहुत स्नेह से की – उसे दूध पिलाया, रूई से गर्मी दी और उसकी पूरी देखभाल की।
(ग) यह कहानी पशु-पक्षियों के प्रति प्रेम, करुणा और भावनात्मक लगाव का संदेश देती है।
खंड - ख (काव्य खंड)
प्र.2 निम्नलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए:
(क)
उत्तर: 'वह तोड़ती पत्थर' कविता में श्रमिक महिला की छवि श्रमशीलता, संघर्षशीलता और सहनशीलता की प्रतीक रूप में दिखाई गई है। वह बिना किसी छाया या सहारे के, कठोर परिश्रम करती है और फिर भी शांत रहती है।
(ख)
उत्तर: 'तोप' कविता में युद्ध का दृश्य बहुत भयावह रूप में प्रस्तुत किया गया है। टूटी हुई तोपें, रक्तरंजित धरती और सुनसान वातावरण से युद्ध की विनाशलीला का चित्र खींचा गया है।
प्र.3
उत्तर: 'भूल-भुलैया' कविता में जीवन की उलझनें, भय और आत्म-संदेह को प्रतीकों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। यह जीवन की असमंजस और मानसिक द्वंद्व की स्थिति को दर्शाती है।
खंड - ग (गद्य खंड)
प्र.4 किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए:
(क)
उत्तर: 'कलाकार' कहानी में मूर्तिकार ने मूर्ति इसलिए नष्ट कर दी क्योंकि वह नहीं चाहता था कि उसकी कला का व्यापार हो। वह आत्मसम्मान और कला की गरिमा को बनाए रखना चाहता था।
(ख)
उत्तर: बालगोबिन भगत की भक्ति निश्छल और सच्ची थी। वह बिना किसी स्वार्थ के ईश्वर की भक्ति करते थे और उनका जीवन बहुत साधारण, सादा और अनुशासित था।
प्र.5
उत्तर: 'मानवता' पाठ में टैगोर ने बताया है कि सच्चा धर्म प्रेम और करुणा में है। उन्होंने युद्ध, हिंसा और घृणा के विरुद्ध मानवता, भाईचारे और अहिंसा का समर्थन किया है।
खंड - घ (व्याकरण और लेखन)
प्र.6 (अनुच्छेद लेखन)
उत्तर: (संक्षिप्त उत्तर – विस्तृत उत्तर में शब्द सीमा के अनुसार अनुच्छेद लिखा जाएगा)
विषय: मेरी प्रिय पुस्तक
मेरी प्रिय पुस्तक "रामायण" है। यह हमें आदर्श जीवन, सत्य, त्याग और कर्तव्य की शिक्षा देती है। इसमें भगवान राम के जीवन को देखकर हम नैतिकता सीख सकते हैं।
प्र.7 वाक्य शुद्ध कीजिए:
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उसने मुझसे कहा कि मैं घर जाऊँ।
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वे लोग बाज़ार गए थे।
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आप कब से यहाँ रहते हैं?
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मुझे नींद आ रही है।
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उसने मुझे डाँटा।
प्र.8 मुहावरे:
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आँखों का तारा – बहुत प्रिय व्यक्ति
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वह अपनी माँ की आँखों का तारा है।
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दाँतों तले उँगली दबाना – आश्चर्यचकित होना
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उसकी पेंटिंग देखकर सबने दाँतों तले उँगली दबा ली।
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नाक में दम करना – बहुत परेशान करना
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बच्चों ने आज नाक में दम कर दिया।
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मुँह की खाना – हार मानना
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वह बहस में मुँह की खा गया।
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चुल्लू भर पानी में डूब मरना – बहुत शर्मिंदा होना
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इतनी छोटी गलती पर मुझे चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।
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